कल जापानी फि ल्म "शॉपलिफ्टर्स" देखी। देख कर स्तब्ध रह गया! दुनिया के सबसे अमीर माने जाने वाले देशों में से एक जापान की राजधानी टोक्यो के आऊटस्कर्ट्स पर एक झोपड़े में रहने वाले बेहद गरीब परिवार की कहानी। पहले दृश्य में बाप-बेटे को एक स्टोर से अपनी रोज़मर्रा ज़रूरतों के सामान की चोरी करते दिखाया गया है। दूसरे दृश्य में वह एक छोटी बच्ची को अपने घर के बाहर भूख से तड़पते और ठिठुरती रात में ठंड से कांपते देखते हैं और उसे 'घर' ले आते हैं। घर का गुज़ारा चलता है युवक की बूढ़ी मां की मामूली पेंशन, उसकी कंस्ट्रक्शन साईट पर अपनी अस्थायी नौकरी, जो बाद में एक दुर्घटना में पैर फ्रैक्चर हो जाने पर चली जाती है और पत्नी की एक लॉन्ड्री में अस्थायी नौकरी से। घर में एक सदस्य और है, बूढ़ी औरत की पोती (सौतेले बेटे की बेटी) जो एक ऐसे 'क्लब' में काम करती है जहां पुरुष यौन सुख के लिये आते हैं। परिवार की नई सदस्य को वापस उसके घर छोड़ आने का फैसला किया जाता है। बच्ची को खिला-पिलाकर सुलाने के बाद पति-पत्नी निकलते हैं। बच्ची को ठंड के कारण घर के बाहर छोड़ नहीं सकते थे। फैसला होता है बच...