Skip to main content

Posts

Showing posts from June, 2020

रुमाल जितना बयान, धोती जितना स्पष्टीकरण

-तो कोई हमारी सीमा में नहीं घुसा, न किसी चौकी पर कब्जा किया? -पीएमजी ने तो ऐसा ही बोला था लेकिन उनका ये मतलब नहीं था। -बोले तो? -पीएमओजी ने स्पष्टीकरण दिया है। आप पढ़ लीजिये। -रुमाल जितना छोटा बयान था, धोती जितना बड़ा स्पष्टीकरण। ऊपर से निकल गया। -इसका मतलब खोट आपकी समझ में है, इसमें पीएमजी और पीएमओजी का क्या कसूर? -ओके ये डीएमजी ने और ईएएमजी ने क्या कहा था? -अजी, एक बार सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बोल दिया तो सेशन्स कोर्ट और हाई कोर्ट के ऑब्ज़रवेशंस को कौन पूछता है? -बोले तो? -बोले तो पीएमजी और पीएमओजी के बयान, स्पष्टीकरण के बाद डीएमजी और ईएएमजी के बयानों पर क्यों बात करें? -ओके। दुश्मन देश के कितने जवानों को मारा हमने? -देखिये जी, हमने आधिकारिक रूप से तो कोई बयान जारी नहीं किया, पर आपकी बिरादरी के ही कुछ सदस्यों ने 43 का आंकड़ा दिया था। एक चैनल ने तो दुश्मन देश के मारे गये जवानों के नाम भी दिये थे। -तो क्या आप उसकी पुष्टि करते हैं? -हम न तो उसकी पुष्टि करेंगे न खंडन। -वह क्यों भला? -हम मनोबल नहीं गिराना चाहते। -दुश्मन देश की सेना का? -नहीं, मीडिया क

फ्रॉम द मेकर्स ऑफ ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाईजी ‘लॉकडाऊन‘ कम्स ‘जीना-मरना कोरोना संग‘

-कोरोना वायरस से बच गये पत्रकारों का इस वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में स्वागत करते हुए बता दूं कि हमारी लॉकडाऊन फ्रेंचाइजी सफल रही है, क्या कहा? प्रमाण? अजी, आपका जीवित होना और इस पीसी में हिस्सा लेना ही इसका प्रमाण है, अब हम अनलॉक फ्रेंचाइजी ला रहे हैं। आपको जो पूछना है, पूछिए: -लॉकडाऊन शुरू करने से पहले कितने मामले थे? -एक्ज़ेक्ट फिगर तो मुझे याद नहीं, पर दो सौ से तीन सौ के बीच होंगे। -आज कितने हैं? -एक्ज़ेक्ट फिगर मुझे देखना पड़ेगा पर यही कोई दो लाख होंगे। मैं जानता हूं, आप बड़े बदमाश हैं। लॉकडाऊन को फ्लॉप साबित करना चाहते हैं पर याद रखिये, हम लॉकडाऊन नहीं लाते न, तो यह फिगर बीस लाख या उससे भी ज्यादा होता। -बीस लाख का अनुमान महामारी विशेषज्ञों से आया होगा? -नहीं, हमारे खेल मंत्रालय के कुछ आंकड़ा विशेषज्ञों ने दिया। -कोरोना को लेकर अपनी स्ट्रेटेजी के बारे में बताएंगे। -ज़रूर। देखिए कोरोना का पहला लेटर ‘सी‘ है तो हमने 'सी' को पकड़ लिया और कोरोना को कन्फ्यूज करने की रणनीति बनाई। मजे की बात ये रही कि हम सफल भी हुए। -कैसे? -हमने 14 घंटे का जनता कर्फ्यू