दुनिया के सभी फिल्म समुदायों को, जो फिल्म और सिनेमा से प्यार करते हैं! मेरा नाम सहरा करीमी है और मैं एक फिल्म निर्देशक व 1968 में स्थापित की गई एकमात्र सरकारी फिल्म कंपनी अफगान फिल्म की महानिदेशक हूं। मैं आपको टूटे दिल और गहरी उम्मीद से लिख रही हूं कि आप मेरे प्यारे देशवासियों, खासकर फिल्मकारों को बचाने में साथ दें। पिछले कुछ हफ्तों में तालिबान ने कई प्रांतों का नियंत्रण अपने हाथ में लिया है। उन्होंने हमारे लोगों को मारा है, कई बच्चों का अपहरण किया है, बच्चियों को चाईल्ड ब्राईड के रूप में बेचा है, एक महिला को उनकी वेशभूषा के कारण मारा है, हमारे एक प्यारे कॉमेडियन को उन्होंने प्रताड़ित करने के बाद मार डाला है, हमारे ऐतिहासिक कवियों को मारा है, सरकार के संस्कृति व मीडिया प्रमुख को मारा है, सरकार से जुड़े लोगों की वह हत्याएं कर रहे हैं, कुछ लोगों को तो वह सरेआम फांसी पर लटका रहे हैं, हजारों परिवारों को उन्होंने दरबदर किया है। इन प्रांतों से भागे परिवारों ने काबुल के शिविरों में शरण ली है और वह बुरी स्थिति में हैं। शिविरों में लूट मची हुई है और बच्चे मर रहे हैं क्योंकि दूध नहीं है। यह मानव...